श्री शनि मंदिर N-2, सिडको, औरंगाबाद ( महाराष्ट्र ) संस्थापिका – शनि साधिका डॉ विभाश्री दीदी जी – आपके द्वारा औरंगाबाद शहर के N-2, सिडको के क्रिकेट स्टेडियम व ठाकरे नगर रोड के पास सन 2000 में विशाल शनि ज्ञान मंदिर की स्थापना हुई,
जहाँ पर प्रति शनिवार को आज भी सायं 7 से रात्रि 8.30 तक दीदी जी द्वारा होनेवाले आध्यात्मिक, मोटिवेशन सत्संगो द्वारा शनि / ज्योतिष / वस्तू व धर्म के नाम पर चलनेवाली ठगाई, अंधविश्वास रूढीवादी परंपराओं को अपने ज्ञान यज्ञ द्वारा
दूर करने का अथक प्रयास जारी है I संपर्क – 0240 2471558
श्री शनेश्वर तीर्थ क्षेत्र शनि आश्रम चिकलथाना, औरंगाबाद महाराष्ट्र संस्थापिका एस्ट्रॉलॉजर शनि साधिका डॉ विभाश्री दीदी जी — N-2, सिडको के शनि ज्ञान मंदिर के उत्सवो में उमडती श्रद्धालुओ की भीड को देखते हुये सन 2005 में डॉ विभाश्री दीदी जी द्वारा 4 एकडं की भूमी में चिकलथाना क्षेत्र में विशाल नवग्रह शनि मंदिर सहित श्री शनि आश्रम की स्थापना हुई I औरंगाबाद से जालना जानेवाले हाईवे से 2 किलोमीटर की दुरी पर, एअर पोर्ट की बाउंड्री वॉल की साईड वाली रोड पर, रेल्वे क्रॉसिंग से 1 किलोमीटर की दुरी पर यह शनि आश्रम आज औरंगाबाद शहर की पहचान बनता जा रहा है I यहां प्रति शनिवार 3 से 4 हजार दर्शनार्थी शनि कृपा प्राप्ती हेतु पहूंचते है I स्कुली विध्यार्थीयों के लिये यह पिकनिक प्लेस की भांती है I यहां प्रति शनि जयंती, शनिश्चरी अमावश्या पर देश के कोने कोने से शनि प्रभावित व्यक्ती दीदीजी द्वारा संचालित शनि शांति अनुष्ठान, महोत्सव में भाग लेने आते है
Read MoreOn occasion of Shani Amavasya & Shani Rashi Pariwartan
By Astrologer - Sadhika
Dr. Vibhashri (didiji)
(all kinds of Shani Shanti Pooja & Anushthan Expert)
8 am to 11 am - Shri Shani Mandir
Thakre nagar road, near N-2 cidco
11 am to 5 pm - Shri Shani Ashram
Chikalthana, Ch.Sambhajinagar (MH)
Contact +919422704358
शनिश्चरी अमावस्या - शनि राशी परिवर्तन दिवस
(जन्म के शनि संबंधी दोषो की शांति )
संचालिकाः ज्योतिषाचार्या, शनि शांति अनुष्ठान विशेषज्ञा,
शनि साधिका डॉ. विभाश्री - दीदीजी
समय : सुबह 11 से शाम 5 बजे तक
स्थान - श्री शनि आश्रम, चिकलथाना छत्रपती संभाजीनगर, महाराष्ट्र
स्थान - श्री शनि आश्रम चिकलथाना छत्रपती संभाजीनगर
समय-प्रातः 9 बजे से दोपहार 2 बजे तक
शनि की साडे साती शनि का ढईया, शनि संबंधी रोग, दोष, कोर्ट कचहरी, मानसिक, आर्थिक कष्ट निवारणार्थ, चंद्र दोष, (मात्र दोष) सूर्य दोष (पितर दोष) मंगल दोष, मांगली शांति, गुरु चांडाळदोष शुक्र दोष, दरिद्रता दोष, पापकर्तरी दोष व काल सर्प दोष, राहुऔर केतु की महादशा की शांति राहु या केतु के ग्रहण दोष, मीन राशि के राहु की शांति; कन्या राशि के कैतु की शांति,
संबंधी शांति पूजा में भाग लेने हेतु अति शीघ्र बुकिंग अनिवार्य ।
शांति पूजा की दक्षिणा (शुल्क) 5500/-प्रति व्यक्ति (प्रति शांति)
अधिक जानकारी हेतु संपर्क श्री शनि मंदिर N-2 सिडको औरंगाबाद महाराष्ट्र 02402471558, 9422704358
(गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार) कथाकार भागवताचार्य श्री पं. राहुल त्रिपाठी जी
इटावा (उ,प्र) 7000708099/9917277529 संचालिका साधिका डॉ. विभाश्री (दीदीजी)
महाप्रसाद - सायं 7 से 9 बजे तक सपरिवार पधारकर - शनि कृपा का लाभ उठावें।
स्थान - श्री शनि मंदिर, N-2 सिडको, छ. संभाजीनगर (महा.)
समस्त प्रकार के असाध्य रोगों की चमत्कारी आध्यात्मिक चिकित्सा
शारीरिक कष्ट निवारण हेतु महामृत्युञ्जय महायज्ञ
शुल्क / दानराशि - 8000/- (प्रति व्यक्ति)
16.10.2022 - 4 PM - शनि साधिका डॉ विभाश्री दीदी द्वारा भगवान बाबा बालिकाश्रम,औरंगाबाद में अनाथ बच्चों के लिये संस्कार सत्संग का आयोजन किया गया जिसमें दीदीजी ने बच्चों को बीरबल की कुशाग्र बुद्धिमता की अनेक प्रेरणादाई कथाएं कथन की एवं संस्कारों की नींव रची गयी।
इस संस्कार सत्संग में भगवान बाबा बालिकाश्रम की संचालिका कविता घुगे मैडम, नितिन जी घुगे सर सहित अन्य सहकारी सदस्यों ने भी भाग लिया।
शनिदेव जी की राशी परिवर्तन पर – आगामी शनि राशी परिवर्तन पर होने वाला शनि शांति अनुष्ठान शनिदेव जी का मीन राशी में 29– 03 – 2025 को प्रवेश होने पर होगा इसकी बुकिंग 27-08- 2024 से प्रारंभ होगी * शनि सेवा में नतमस्तक शनि आश्रम औरंगाबाद ( महा. ) 0240- 2471558, 9422704358
27 अगस्त 2022 (शनिवार)
स्थान - श्री शनि आश्रम
चिकलथाना, औरंगाबाद (महा)
शनि ज्ञान / प्रवचन - प्रातः 11 से 12 बजे
द्वारा शनि साधिका डॉ. विभाश्री दीदीजी
संचालिका - श्री शनि आश्रम औरंगाबाद (महा)
महाप्रसाद / भण्डारा - दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक
विशेष - दीदीजी के दुर्लभ शनि ज्ञान सत्संग में सपरिवार पधारकर शनिकृपा का लाभ उठाना ना भूलें
आपके इंतजार में सदा - श्री शनिप्रसाद असलेकर
संपर्क सूत्र - श्री शनि आश्रम,औरंगाबाद ( महा )
0240 – 2471558, 9422704358, 9822368923
राहू केतू राशी परिवर्तन दिवस * 12 अप्रेल 2022 मंगलवार * कार्यक्रम - श्री शनि मंदिर - N-2 सिडको, औरंगाबाद * समय - सायं : 7 से 8.30 बजे तक * मार्गदर्शन - साधिका डॉ. विभाश्री दीदीजी द्वारा * समय पर पधारकर दुर्लभ ज्योतिष मार्गदर्शन का लाभ उठावें * संपर्क – 0240 2471558, 9822368923
17 to 21 January- 2023 * सायं - 6 से 9 बजे तक * स्थान - श्री शनि ज्ञान मंदिर * नियर N-2, सिडको, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) * संचालिका - एस्ट्रोलॉजर, साधिका डॉ विभाश्री दीदी जी * 6 से 7.30 महाअभिषेख, महाआरती, शनि शांति उपाय प्रशिक्षण (प्रोजेक्टर द्वारा) * महाप्रसाद (भण्डारा) - सायं 6 से रात्रि 10 बजे तक * 7.30 से 8.30 साधिका दीदी जी द्वारा ज्ञान सत्संग, मंत्रोक्त शक्तिपात (आशीर्वाद) * 8.30 से 9 बजे प्रोजेक्टर पर शनि पलट का स्पेशल प्रोग्राम * संपर्क – 0240 – 2471558, 9422704358
दिनांक – 8 to 14 January 2023 संचालिका - नेचरोपैथिस्ट, आयुर्वेदाचार्या, एस्ट्रोलॉजर साधिका डॉ. विभाश्री दीदी * स्थान - श्री शनि आश्रम, औरंगाबाद (महा) शुगर, ब्लडप्रेशर, बात संधिबात, घुटने का दर्द, बदन दर्द, पैरों की पीड़ा, गैस्टिक, एसीडिटी, उदर (पेट विकार) पुरानी कब्ज, बवासीर, खून की कमी (एनीमिया) हृदय रोग, कॉलोस्टोल, पैरालैसिस (लकवा) किडनी रोग (किडनी स्टोन) नसों की कमजोरी, सभी त्वचा रोग, माइग्रेन, नेत्र रोग, कर्ण रोग, गले संबंधी रोग, सर्दी, खांसी (नजला) मानसिक रोग, (डिप्रेशन) चक्कर आना, नींद न आना, भूख न लगना, अधिक मोटापा, अधिक दुबलापन जैसी और अनेक सभी असाध्य बीमारियों की स्थाई चमत्कारी, दुर्लभ चिकित्सा मात्र इस साधना चिकित्सा शिविर के द्वारा ही संभव हो सकती है। असाध्य रोग - जिनकी चिकित्सा शिविर में होगी। शनिदेव के कुंभ राशी में प्रवेश के उपलक्ष्य में शनिदेव की अपार प्रसन्नता द्वारा शनिकृपा की प्राप्ति हेतु लगने वाले इस साधना चिकित्सा शिविर में आप सादर आमंत्रित है। बुकिंग हेतु संपर्क – 0240 – 2471558, 9422704358
शनिवार, 27 -08-2022 शनि अमावश्या
स्थान - श्री शनि आश्रम, चिकलथाना, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
महाआरती, तेल अभिषेख, प्रसाद - भंडारा
समय - प्रातः 7 से रात्रि 8 बजे तक
स्थान - श्री शनि मंदिर
N-2, ठाकरे नगर रोड, सिडको, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
समय - सायं 6 से रात्रि 10 बजे तक
महाआरती, सत्संग, तेल अभिषेख, प्रसाद - भंडारा
आप सभी महानुभाव से प्रार्थना, निवेदन एवं नम्र विनती है की आप सभी सहपरिवार पधारें व शनिकृपा का लाभ उठावें
श्री शनि चरणों में नतमस्तक
श्री शनि आश्रम, चिकलठाणा, औरंगाबाद ( महाराष्ट्र )
श्री शनि मंदिर, N2, ठाकरे नगर रोड, औरंगाबाद ( महाराष्ट्र )
लेखिका, एस्ट्रोलॉजर, साधिका डॉ. विभाश्री दीदी जी की ये दुर्लभ ज्ञानवर्धक किताबें अब Amazon पर भी उपलब्ध है। * श्री शनि शांति कष्ट निवारक उपाय - लेखिका - एस्ट्रोलॉजर, डॉ. विभाश्री दीदी - प्रकाशक - इंडिका पब्लिशर्स, दिल्ली - प्रकाशन सन - 2021 * भारतीय मूल्य Rs. 224/- - $ 17.00 * श्री शनि महात्म्य - लेखिका - ज्योतिषाचार्या डॉ. विभाश्री दीदी - प्रकाशक - श्री शनि भवन, औरंगाबाद, महाराष्ट्र - प्रकाशन सन - 2003 * भारतीय मूल्य Rs. 296/- ( $ 17.00 ) * बनाइये भविष्य, सीखिये ज्योतिष - लेखिका - ज्योतिषाचार्या डॉ. विभाश्री दीदी - प्रकाशक - श्री शनि आश्रम ट्रस्ट, औरंगाबाद, महाराष्ट्र - प्रकाशन सन - 2016 * भारतीय मूल्य Rs. 296/- - $ 17.00 * वृहत अंक ज्योतिष विज्ञान - लेखिका – Astrologer, Shani Sadhika Dr. Vibhashri Didi Ji - प्रकाशक - श्री शनि आश्रम ट्रस्ट, औरंगाबाद, महाराष्ट्र - प्रकाशन सन - 2016 * भारतीय मूल्य Rs. 296/- ( $ 17.00 ) * हस्त रेखाओं में छिपा आपका भविष्य - लेखिका - एस्ट्रोलॉजर, शनि साधिका डॉ. विभाश्री दीदी - प्रकाशक - श्री शनि आश्रम ट्रस्ट, औरंगाबाद, महाराष्ट्र - प्रकाशन सन - 2016 * भारतीय मूल्य Rs. 296/- ( $ 17.00 )
( 8 जनवरी से 14 जनवरी तक ) चिकित्सा शिविर में भाग लेने वालों के लिये आवश्यक जानकारी - 1) चिकित्सा शिविर का शुल्क प्रति व्यक्ति 11000/- मात्र है। बुकिंग फार्म के साथ आधा पेमेंट 5500/- तक जमा कर सकते है 2) चिकित्सा में भाग लेने वाले व्यक्ति यदि 14 जनवरी मकर संक्रांति को होने वाले नवग्रह शांति के अनुष्ठान में भी भाग लेना चाहते हैं तो उनको 5500/- शांति पूजन संबधी डोनेशन के अतिरिक्त जमा करने होंगे जिससे वह अपने सभी शुभ चिंतकों ( पारिवारिक सदस्यों ) के साथ शांति पूजा में भाग लेने का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। 3) शिविर में भाग लेने के लिये 8 जनवरी को प्रातः 8 बजे तक N-2 सिडको के शनि मंदिर, औरंगाबाद, महाराष्ट्र में पहुँचना अनिवार्य है। 4) जो भी भाग लेने वाले हैं उनके साथ किसी भी अन्य सदस्य को शिविर में रहने, रुकने की अनुमति नहीं मिलेगी। 5) प्रतिदिन शिविर का समय प्रातः 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक का रहेगा इस के बाद अपने ठहरने वाले स्थान पर जाकर आप अपने साथ आये लोगों से मिल सकते हैं। 6) शिविर का समापन 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन दोपहर 2 बजे हवन ( यज्ञ ) की पूर्णाहुति के बाद होगा इसलिये 14 जनवरी को शाम 5 बजे के बाद ही वापसी के प्लान बनाना चाहिये। 7) शिविर के दौरान दोपहर 1 से 3 बजे के मध्य ( लंच / विश्राम ) के समय शनि साधिका दीदी जी से आप डायरेक्ट बातचीत कर सकते है। 8) शनि साधिका दीदी जी द्वारा साधना / आध्यात्मिक चिकित्सा संबंधी प्रशिक्षण का समय सायं 5 से 7 बजे का रहता हैं। 9) आपके साथ आते समय आपकी यदि कोई मेडिकल फाइल है, चिकित्सा चल रही है तो उसकी पूरी रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य है। 10) शिविर में आते समय - दो चादरें, एक टॉविल, दो नेपकिन, दो जोड़ी मोज़े, एक शॉल या स्वेटर, मसाज हेतु एक पुरानी ड्रेस साथ में लाना अनिवार्य है। 11) शिविरार्थियों को शिविर में दी जाने वाली औषधियां डॉक्टर, नर्स की सेवायें, पंचकर्म चिकित्सा, सूप, ज्यूस, नाश्ता, भोजन आदि फ्री रहता है। मगर निवास की व्यवस्था सभी को अपनी ओर से अपनी इच्छानुसार करनी होगी। 12) शिविर में मोबाइल की अनुमति नहीं होगी, रात्रि 8 बजे के बाद ही आप अपने निवास पर जाकर मोबाइल चालु कर सकते है । 13) 8 तारीख के नाड़ी जांच से लेकर 14 जनवरी की यज्ञ पूर्णाहुति समापन तक समस्त चिकित्सा शिविर का संचालन शनि साधिका डॉ विभाश्री दीदी जी स्वयं ही करेगी ।
( 14 जनवरी मकर संक्रांति पर विशेष ) पूजा में भाग लेने वालों के लिए आवश्यक जानकारी * प्रतिवर्ष 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन नवग्रह / शनि शांति महामृत्युञ्जय महायज्ञ के नाम से होने वाली यह शांति पूजा फेमिली पूजा है जिसमें बुकिंग करने वाले व्यक्ति के साथ उसके परिवार को भी निशुल्क पूजा में भाग लेने का अवसर मिलता है। * इस शांति पूजा का शुल्क 5500/- प्रति व्यक्ति है। बुकिंग फ़ार्म जमा करते समय आधा शुल्क भी जमा करना अनिवार्य है। * पूजा की बुकिंग जितना जल्दी होती है बुकिंग कराने वाले को साधिका दीदी जी के द्वारा किये जाने वाले जाप का लाभ भी उतना अधिक प्राप्त होता है। आपकी पूजा की बकाया अमानत राशि 13 जनवरी तक जमा होना अनिवार्य है। * जन्मपत्रिका में किसी भी ग्रह से संबंधित दोष क्यों न हो व्यक्तिगत रूप से उस दोष का निराकरण शांति पूजा के समय दीदी जी द्वारा वैदिक पूजन के साथ पूर्ण ज्योतिषीय, पौराणिक पद्धति से भी कराया जाता है। * जिसके नाम पर पूजा की बुकिंग है उसको व्रत करना अनिवार्य है बाकी सभी पूजा में भाग लेने वाले व्यक्तियों को व्रत नहीं करना है। * पुरुष वर्ग के लिये धोती पहनना और महिलाओं के लिये ऐसी ड्रेस ( साड़ी ) पहनना अनिवार्य है जिसमें केशरी ( Orange ) रंग का प्रिंट हो। * सभी के पानी, दूध, चाय, फलाहार, नाश्ता, भोजन आदि की फ्री सेवा ( उत्तम व्यवस्था ) श्री शनि आश्रम औरंगाबाद में रहती है। * यह शांति पूजा प्रातः 9 बजे से प्रांरभ होती है और 2 बजे समाप्त होती है। * साथ में आये हुये पारिवारिक सदस्य व्यक्तिगत रूप से अभिषेख व पूर्णाहुति भी कर सकते है। * पूजा साहित्य स्टॉल से बुक, C.D, शनि कवच, साढ़े साती / ढैया की गादी, मसाज तेल जैसी दुर्लभ वस्तुयें प्रसाद रूप में घर ले जाकर आप शनि कृपा का अधिक लाभ उठा सकते हैं। * साधिका दीदी जी द्वारा 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन प्रतिवर्ष इस शांति पूजन के अलावा उनके श्री शनि मंदिर, N-2 सिडको, औरंगाबाद, महाराष्ट्र में भी सायं 5 से 8 बजे तक शनि महोत्सव मनाया जाता है, आप चाहें तो इस महोत्सव के दुर्लभ सत्संग, महाआरती, मंत्र शक्तिपात, महाप्रसाद कार्यक्रम में सपरिवार भाग लेकर शनि कृपा का लाभ उठा सकते हैं। * अधिक जानकारी के लिए संपर्क - 0240 – 2471558, 9422704358, 8446432517
श्री शनि तीर्थ क्षेत्र बिरझापुर
तहसील – धमधा, जिला दुर्ग, छत्तीसगढ़
संस्थापिका – एस्ट्रोलॉजर, शनि साधिका डॉ विभाश्री दीदी जी
इतिहास व महत्वपूर्ण जानकारी
सन 1996 में ज्योतिषाचार्या डॉ विभाश्री दीदी का निवास छत्तीसगढ़ राज्य के जिला दुर्ग में था। उस समय जिला दुर्ग मध्य प्रदेश राज्य के अन्तर्गत आता था छत्तीसगढ़ राज्य का बटवारा नहीं हुआ था। जिला दुर्ग के रेलवे स्टेशन से 2 कि मी की दूरी पर आदित्यनगर नामक कॉलोनी में दीदी जी का भवन शनि संस्थान था यहां से ही शनिदेव जी के सारे सेवा कार्य हुआ करते थे। एक बार शनि साधिका डॉ विभाश्री दीदी जी अपने आध्यात्मिक सेवा ग्रुप के साथ शनिक्षेत्र शिंगणापुर, जिला अहमदनगर, महाराष्ट्र में आई जनवरी 1996 में दीदी जी को शिंगणापुर में जब वहां के अंधविश्वासी लोगों ने ये यह कहकर शनिदेव जी की पूजा नहीं करने दी कि महिलायें शनिदेव की पूजा नहीं कर सकती हैं, ये बात दीदी जी को बहुत बुरी लगी इसके बाद दीदीजी के हठयोग और साधना के प्रभाव से शनिदेव जी ने 1997 में यह संकेत दे दिया कि उनको शनिदेव कि प्रतिमा कब, कहाँ, कैसे मिलेगी और उसकी स्थापना किस क्षेत्र में होगी और महिलाओं को धर्म क्षेत्र में, शनिदेव की पूजा में भाग लेने का अधिकार दिलाने के लिये उनको कितना संघर्ष, किस रूप में करना होगा।
बस दीदी जी के जप, तप, व्रत, साधना,योग के फलस्वरूप ठीक वैसी ही शनिदेव जी की मूर्ति प्रतिमा वन के आकार की 5 फिट 8 इंच वाली 5.4.1997 में एक छोटे से ग्राम बिरझापुर में बहुत बड़े धार्मिक सम्मलेन व उत्सव के साथ स्थापित हो गयी यह चमत्कार से कम नहीं था।
श्री शनितीर्थ क्षेत्र बिरझापुर धमधा, दुर्ग छत्तीसगढ़ का इतिहास
सन 1996 से शनि साधिका डॉ विभाश्री जी को एक स्वप्न प्रतिदिन प्रातः 4 आता था जिसमें वे एक अजनबी गांव में जाती थी वहां एक तालाब किनारे खण्डर मंदिर के सामने खुदाई कराई जाती थी और जैसे ही खुदाई में कुछ प्राप्त होने वाला होता था आँख खुल जाती थी। उड़ीसा के झारसुगड़ा जिले के बरगड़ गांव में यह स्थान मिला फिर अप्रेल में यहाँ से खुदाई द्वारा 5 फिट 8 इंच के अंग्रेजी के वन आकार की एक प्रतिमा प्राप्त हुई जो कि बिलकुल शिंगणापुर श्री क्षेत्र के जैसी ही दिखती है। वहां से दो छोटी मूर्तियां डेढ़ फिट वाली राहू – केतू देवता की भी साथ में प्राप्त हुई जिनकी स्थापना दुर्ग जिले की धमधा तहसील में एक गांव बिरझापुर में 5.4.1997 को बहुत बड़े संत सम्मेलन के द्वारा विद्वान पुरोहितों ने की। बिरझापुर ग्राम के ही एक किसान परिवार के विद्वान ब्राम्हण पं श्रीकांत शर्मा की ओर से शनिदेव जी की सेवा में आधा एकड़ की यह भूमि दान में दीदीजी को प्राप्त हुई थी। वर्तमान में इस शनितीर्थ की संचालिका डॉ विभाश्री जी, संरक्षक – श्री श्रीकांत शर्मा और स्थायी पुरोहित पं छगन शर्मा जी है। जो सारी शनितीर्थ क्षेत्र की व्यवस्था को संभालते हैं। दीदीजी द्वारा औरंगाबाद महाराष्ट्र में शनि आश्रम स्थापित होने के पूर्व सारे अनुष्ठान / शांति महायज्ञ इसी भूमी में शनितीर्थ बिरझापुर में ही हुआ करते थे। अभी भी प्रति नवरात्रि में यहां शनि शांति हेतु असंख्य ज्योति (कलश) तेल की स्थापना होती हैं और प्रत्येक शनि त्योहारों पर सैकड़ों श्रद्धालु पैदल चलकर भी दर्शनार्थ पहुँचते हैं । यहां पहुँचने के लिये दुर्ग बसस्टॅंड से गण्डई एवं जबलपुर के लिये जाने वाली बसें प्राप्त होती है। गण्डई मार्गपर यह बिरझापुर गांव काफी प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है। दुर्ग से धमधा के लिये जाने वाली बसें प्रति घंटे यात्रियों को प्राप्त होती है फिर धमधा बसस्टॅंड से 3 कि मी दूर यहां शनि क्षेत्र में आटो व टॅक्सी द्वारा भी जाया जा सकता है। यहां की प्रतिमा स्वयंभू और बिलकुल शिंगणापुर जैसी होने के नाम से और यहां दीदीजी द्वारा पहली बार महिलाओं को शनिपूजा का स्वतंत्र अधिकार देने के नाम से पिछले दिनों यह क्षेत्र बहुत चर्चा का विषय बना था।
उल्लेखनीय है कि शनि साधिका डॉ विभाश्री दीदीजी ने अपने साधनात्मक मार्ग में चल रहे अपार संघर्षों, पारिवारिक विवादों के कारण जब 24.11.19 में जिला दुर्ग के अपने निजी शनि संस्थान का, परिवार का त्याग करके अपने शिष्यों, भक्तों, साथियों व ज्योतिषाचार्यो के साथ गंगोत्री में गंगाजी में खड़े होकर जब गृहस्थ संन्यास की, आजीवन ब्रम्हचर्य की दीक्षा ली तब उसके बाद उन्होंने 14.10.2000 को शनिदेव की कृपा से महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के N-2 सिडको के क्षेत्र में एक विशाल शनि मंदिर की स्थापना की जहां पर ही वर्तमान में दीदीजी का स्थाई निवास भी है और फिर बढ़ती भीड़ को देखकर आपने 2005 में 4 एकड़ की भूमी में विशाल,खूबसूरत शनैश्वर तीर्थ क्षेत्र शनि आश्रम चिकलथाना, औरंगाबाद की स्थापना करके यह प्रमाणित कर दिया कि शनिदेव की उन पर कितनी कृपा है – बनाता नहीं कोई शनि जैसा – बनने वाला व्यक्ति चाहिये।
दिसम्बर 2013 में शनितीर्थ क्षेत्र बिरझापुर, धमधा, दुर्ग छत्तीसगढ़ के संरक्षक श्री श्रीकांत शर्मा और पण्डित श्री छगन शर्मा जी के सहयोग से यहां 7 दिन चलने वाली शनि भागवत कथा भी की थी इस कार्यक्रम में रायपुर जिले के, दुर्ग जिले के सांसद, विधायकों, प्रोड्यूसर आदि के अलावा मुंबई के अभिनेता दयाशंकर पाण्डेय शनिदेव का अभिनय करने वाले ने भी भाग लिया था। संस्कार चैनल के द्वारा इस कार्यक्रम को देखकर ज्ञान अर्जन का लाभ भी मिला। शनि साधिका दीदी जी की शनि भागवत कथा में उस समय उमड़ने वाले जनसमुदाय ने यह प्रमाणित कर दिया था कि यह तीर्थ क्षेत्र शनि के आठों धामों के जैसा ही प्रसिद्ध होगा जिसके लिये शनिदेव जी ने ही डॉ विभाश्री दीदीजी को चुना है।
अधिक जानकारी हेतु संपर्क
श्री शनि आश्रम, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
संरक्षक – श्रीकांत शर्मा
पुजारी – छगन शर्मा
9422704358, 9424139677
गौरव शर्मा
9977344032
रवी शर्मा
9424112774
Read More >>N-2, Cidco, Thakre Nagar Road, Aurangabad (MH) * Chikalthana Airport – 5 Km * Aurangabad Railway Station – 9.9 Km * Ellora Caves 34.1 Km * Grushneshwar Jyotirling Ellora – 44.3 Km * Ajanta Caves 55.9 Km * Shri Shani
Shingnapur 84.8 Km * Sai Baba – Shirdi 124 Km * Shri Shani mandir, Nastanpur 124 Km
Chikalthana Airport – 3 Km * Aurangabad Railway Station – 13.9 Km * Ellora Caves – 40.6 Km * Grushneshwar Jyotirlinga Ellora – 52.3 Km * Ajanta Caves – 63.9 Km * Shri Shani Shingnapur – 91.4 Km * Sai Baba – Shirdi – 132 Km * Shri Shani mandir, Nastanpur – 132 Km
Read More >>Address – Nalankulam, Thirunallar, Puducherry 609607 –
Distance From Karaikal Railway Station & Bus Stand – 6 Km –
Nearest International Airport 1) Chennai (Madras) 2) Trichirapalli 3) Coimbatore 4) Madurai 5) Tirupati
On Ujain – Indore Highway * Railway Station,Ujjain – 8.8 Km * Shri Mahakaleshwar Jyotirlinga Shiv Mandir – 21 Km * Railway Station, Indore – 49.3 Km * The Nearest Airport Devi Ahilyabai Holkar Airport Indore – 53 Km
Read More >>ये एरी पर्वत पर – शनैश्चरा मंदिर है। 18 उत्तरप्रदेश उत्तराखण्ड – कुछ तो है में इसके बारे में 2020 में गहरी जानकारी दी गई। जिला मुरैना में मौजूद शनिदेव की अनोखी दुनिया है यहां ये उल्कापिंड रूप में हनुमानजी ने लंका से
शनिदेवजी को तेज गति से शनिश्चरा पहुँचाया था मूर्ति उल्कापिंड से बनी थी, स्वयंभू है पानी का झरना – गुप्त गंगा के रूप में है। ये ग्वालियर स्टेशन से 26 कि मी की दूरी पर है यहां के एरी पर्वत पर आज भी वहां खूबसूरत झरने
हैं। एरी पर्वत पर 84 झरनों का रहस्य जलधारा – गुप्तगंगा है पौड़ेसरकार महाबलि हनुमान की लेटी मूर्ति 7 फिट की है। ये 7 फिट की मूर्ति वर्तमान में कुछ उठती नजर आ रही है। मंदिर पुराना त्रेता युग से है। भगवान राम भी वहां
पर सीता जी और लक्ष्मण सहित पधारे थे। मेन रोड के शनि द्वार ( गेट से ) 10 कि मी अंदर है यात्री ग्वालियर के एअरपोर्ट से या ग्वालियर रेल्वे स्टेशन से किसी भी स्थान से शनैश्चरा मंदिर पहुँचे लगभग दुरी एक जैसी ही पड़ती
है। Distance Of 23 Km From Gwalior & 29 Km From Morena * Airport – 17.8 Km * Railway Station – 20.6 Km
Nandgaon – 1.5 Km * Chalisgaon ( Dhuliya ) – 75.9.Km * Nasik (MH) – 130 Km * Shri Shani Ashram, Aurangabad (MH) – 132 Km
Read More >>Kokilavan, Vill Post, Bathain Kalan, Uttar Pradesh – 281403
( 14 जनवरी मकर संक्रांति पर विशेष ) पूजा में भाग लेने वालों के लिए आवश्यक जानकारी
प्रतिवर्ष 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन नवग्रह / शनि शांति महामृत्युञ्जय महायज्ञ के नाम से होने वाली यह शांति पूजा फेमिली पूजा है जिसमें बुकिंग करने वाले व्यक्ति के साथ उसके परिवार को भी निशुल्क पूजा में भाग लेने का अवसर मिलता है।
शनि शांति अनुष्ठान में भाग लेने वालों को एक दिन पूर्व सायं 5 बजे तक N – 2, सिडको, औरंगाबाद के शनि मंदिर में पहुँचना होगा जहाँ 9 बजे तक अनुष्ठान तैयारी/संकल्प/उपाय चलेगा
श्री शनि शांति अनुष्ठान * स्थान – श्री शनि आश्रम चिखलथाना औरंगाबाद (महा.) * संचालिका – शनि साधिका – शनि पुरोहित डॉ. विभाश्री दीदीजी * शनि संबंधी समस्त जन्मदोषों जैसे – विष्टिदोष, विषदोष, शनिमंगल युतिदोष, शनि – गुरु घंटालदोष, शनि – राहु प्रवज्जादोष, पंचमेष शनि, सप्तमेष शनि, नीच के शनि, शनि महादशा जैसे शनि दोषों की शांति हेतु वैदिक, पौराणिक, ज्योतिषीय पध्दती से होने वाले इस शनि शांति अनुष्ठान में भाग लेकर शनि कृपा द्वारा अपने वर्तमान / भविष्य के निर्माण का लाभ उठावें l
Read More >>14 जनवरी 2022 ( शनिवार ) मकर संक्रांति पर*
समय – प्रातः 9 से दोपहर 2 बजे तक*
स्थान – श्री शनि आश्रम, चिकलथाना, औरंगाबाद ( महा )*
संचालिका-एस्ट्रोलॉजर, शनि अनुष्ठानतज्ञ-डॉ. विभाश्री दीदीजी*
विशेष*
इस शांति पूजा में नवग्रहों से संबंधित दोष जैसे – किसी भी ग्रह का नीच का होना, किसी भी ग्रह के साथ राहू / केतू का ग्रहण दोष होना, मातृ दोष, पित्रदोष, मंगल राहू / केतू का अंगारका दोष, मंगली दोष, गुरु आदित्य योग ( विवाह हेतु अति विलम्ब दोष ), सप्तमेश षडाष्टक दोष, गुरु चांडाल दोष, शुक्र संबंधी ग्रहण दोष आदि की शांति पूर्ण ज्योतिषीय ज्ञान के साथ होगी। राहू या केतू की महादशा की शांति, वृषभ राशी पर चल रहे राहू के ग्रहण दोष की शांति, मिथुन राशी पर और तुला राशी पर चल रहे शनिदेव के ढैय्ये की शांति पूजा भी पूर्ण एस्ट्रोलॉजीकल पद्धती से स्वयं शनि पुरोहित, शनि साधिका – डॉ विभाश्री दीदी जी द्वारा कराई जायेगी।
बुकिंग हेतु संपर्क*
श्री शनि मंदिर, N-2, सिडको,
ठाकरे नगर रोड, औरंगाबाद महाराष्ट्र –
0240 2471558, 9422704358, 9822368923
30 April 2022 शनि अमावश्या के अवसर पर* समय – प्रातः 8 से सायं 5 बजे तक* स्थान – श्री शनि आश्रम. चिकलथाना, औरंगाबाद, महाराष्ट्र* शनिदेव से संबंधित सभी जन्म दोष – सूर्य शनि युति ( विष्टि दोष ) शनि चंद्र युति ( विष दोष / विष योग ) शनि मंगल युति दोष, शनि राहू, शनि केतू युति संबंधी प्रवज्या दोष, नीच के शनि ( पूर्व जन्म का कर्ज ) पंचमेश शनि ( संतान सुख में बाधा विलम्ब ) सप्तमेश शनि ( गृहस्थी सुख में विलम्ब व बाधा ) शनि दृष्टी दोष, शनि नक्षत्र में, शनि दशा में जन्म, आदि की शांति एवं वर्तमान की शनि दशा की शांति हेतु शनि अमावश्या के शांति अनुष्ठान में में भाग लेकर शनि कृपा का अद्भुत लाभ उठावें। अधिक जानकारी हेतु संपर्क – 0240 2471558, 9822368923
Read More >>शनि ढैया शांति उपाय
जिसकी राशी पर शनिदेव जी के ढैये का समय चल रहा है उस व्यक्ति को स्वयं यह उपाय करना है l
प्रातः सूर्योदय के पूर्व स्नान करके अपने देवालय में बैठकर एक कटोरी में 50 ग्राम सरसों का तेल लेकर उस में झुककर अपना चेहरा देखते हुये अपनी सारी परेशानी/समस्या/दुःख शनिदेव जी को सुनायें फिर इस तेल को दिये में डालकर मोटी बाती लगाकर इसका दीपक जलायें और प्रार्थना करें की आपके द्वारा जो शनि ज्योति जलाई जा रही है वह जैसे – जैसे जले आपकी परेशानी दूर होती जाये । यह उपाय 40 दिनों तक लगातार करने से आपकी समस्या के समाधान का मार्ग अवश्य निकलेगा ।
ऋषि पिप्लादेन उवाच – शनि स्तोत्र –
य एमिर्नामाभि: स्तौति – तस्य तुष्टो ददात्य सौ।
तदीयं तु भयं तस्य – स्वप्नेयि न भविष्यति।।
कोणस्थ : पिंगलो बभ्रु: – कृष्णो रुद्रोन्तको यम: –
सौरि: शनैश्चरो मन्द: – प्रीयतां में ग्रहोत्तम:।।
नमोर्क पुत्राय शनेश्चराय – नीहार वर्णा जन मे चकाय।
श्रुत्वा रहस्यं भव कामदश्च – फ़लप्रदो मे भवे सूर्य पुत्रं।।
नमोस्तु प्रेतराजाय – कृष्ण देहाय वै नमः।
शनैश्चराय ते तद्ध – शुद्धिबुद्धि प्रदायिने।।
नमस्ते कोणसंस्थाय, पिंगलाय च नमोस्तुते –
नमस्ते ब्रभूरूपाय, कृष्णाय च नमोस्तुते –
नमस्ते रौद्र देहाय, नमस्ते बालकाय च –
नमस्ते यमसंज्ञाय, नमस्ते सौरयेविभो –
नमस्ते मंदसंज्ञाय, शनैश्चर नमोस्तुते –
प्रसादं कुरु देवेश दीनस्य प्रणतस्यच
शनि शांति अनुष्ठान – हर ढाई वर्ष में एक बार शनिदेव के राशी परिवर्तन पर शनि पलट – राशी परिवर्तन के उत्सव में होने वाले शांति अनुष्ठान की
शनि समय की शुभता प्राप्ति हेतू शनिदशा, शनि साढे साती, शनि ढैय्या का या किसीं भी प्रकार का बुरा शनिदेव का समय चलने तक ये उपाय करने से शनि समय को शुभ बनाया जा सकता है * प्रातः सूर्योदय के पूर्व उठकर 2 घंटे का मौन रखकर अपना ये पुण्यफल प्रार्थना द्वारा शनि देव की प्रसन्नता हेतु देवें । * प्रति दिन दोपहर 12 बजे तक का व्रत करें मात्र पेय पदार्थ ही लेंवे, नाश्ता न लें । * रात्रि 7 के बाद अन्न/नमक का त्याग करें । * शनि संबंधी साहित्य पढ़े-पढ़ाये , वितरित करें,इस में दिये ज्ञान का स्वयं भी लाभ उठावें * घर में शनि मंत्र / शनि भजन की सी. डी. बजायें l * शनि देव की यंत्र वाली काली गादी को तकिये के निचे सिरहाने मे रखें l * काला शनि कवच धारण करें l * शनि चिकित्सा के तेल की मालिश प्रति शनिवार को करके शनि समय को शुभ फलकारी बना सकते हैं ! शुभेच्छा…. शनि साधिका – डॉ विभाश्री दीदी जी
Read More >>शनि साधिका, प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्या डॉ. विभाश्री दीदी जी द्वारा लिखित ज्योतिष संबंधित और शनिदेव जी संबंधित साहित्य अपने निर्माण के लिये खरीदकर / उपहार स्वरूप भेंट देकर अपने आप को लाभान्वित करें I
जय शनिदेव – श्री शनि कथा / भागवत एवं ज्ञान सत्संग छोटे रूप में 4 दिन के होते हैं और बड़े रूप में 7 दिन के होते हैं ।
कलयुग के भगवान श्री शनिदेवजी का संक्षिप्त परिचय –
नमस्ते कोण संस्थाय पिंगलाय च नमोस्तुते –
नमस्ते ब्रभूरूपाय कृष्णाय च नमोस्तुते –
नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते बालकाय च –
नमस्ते यमसंज्ञाय नमस्ते सौरयेविभो –
नमस्ते मंदसंज्ञाय शनेश्वर नमोस्तुते –
प्रसादं कुरु देवेश दीनस्य प्रणतस्यच –
कोणस्थ: पिंगलो बभ्रु: कृष्णौ रौद्रोंतको यमः –
सौरी: शनिश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत: –
एतानि दश; नामानी प्रात:रूत्थाय य: पठेत –
शनिश्चर कृता पीडा न कदाचित भविष्यती