शनिदेव जी की राशी परिवर्तन पर – शनिवार का दिन ,शनि नक्षत्र,शनि अमावस्या,और शनि राशि परिवर्तन का अद्भुत मुहूर्त इस दिन होने वाला शनि शांति अनुष्ठान शनिदेव जी का मीन राशी में 29 – 03 – 2025 को प्रवेश होने पर होगा इसकी बुकिंग 27-08- 2024 से प्रारंभ होगी * शनि सेवा में नतमस्तक शनि आश्रम औरंगाबाद ( महा. ) 0240- 2471558, 9422704358
वर्तमान में शनिदेव जी का कार्यक्षेत्र

वर्तमान में शनिदेव जी का कार्यक्षेत्र

  • कलयुग के भगवान श्री शनिदेवजी *
    वर्तमान समय को कलयुग अर्थात मशिनरी कल-पुर्जे का युग कहा गया है I सुई से लेकर बडी बडी मशीन
    उदयोग, कल-कारखाने, रेलगाडी, हवाईजहाज से लेकर दैनिक जीवन में काम आने वाली स्टील ब्रर्तन, मकानों, भवनों में लगनेवाले अँगल, बीम, दरवाजे, खिडकिया आदी जिधर नजर दौडायें हमें लोहा ही नजर आयेगा I तेल, पेट्रोलियम, रसायन, कोयला, लोहा सब में शनि का निवास माना गया है I शनि व्यक्ती के अंदर रक्त ( ब्लड ), लौहातत्व ( आयरन ) के रूप में विराजमान होकर व्यक्ती को जीवन देता है I
    शनि आयु के मालिक है I बिना शनि के व्यक्ती लंबी आयु प्राप्त नही कर सकता I शनि के बिना आध्यात्मिक, सामूहिक, सुखी परिवार की कल्पना नहीं की जा सकती I समस्त कष्टो, संकटो, व्याधियो से मुक्त होकर ही व्यक्ती सुखमय दीर्घायू जीवन यापन कर सकता है I
    शनि देश का भाग्येश और प्रजातंत्र का रक्षक है I जिस कारण कितनी ही विपत्तिया इस देश के सामने क्यू ना आये, लेकिन किसी भी तरह इस देश का लोकतंञ समाप्त नही होगा I
    घर परिवार एवं राष्ट्र पर जो शनि प्रकोप चल रहे हैं, उस संकट को समाप्त करने का सब से अच्छा माध्यम शनि उपासना है I इससे घर परिवार एवं देश पर आये संकट समाप्त होंगे और सुख शांति समृद्धी कि वृद्धी होंगी I
  • शनि कृपा के सरल उपाय *
  • शनिवार के दिन सूर्योदय के पूर्व या सूर्यास्त के बाद पीपल के वृक्ष पर गुड मिश्रित जल चढाकर सरसो या तिल का दीपक जलाकर, अगरबत्ती लगा दे और प्रणाम करे I
  • शनि व्रत, शनि मंञ, शनि स्तोत्र, शनि भैरव चालीसा, बजरंगबाण का पाठ करे I शनि शांति पूजन मे भाग ले I
  • शनिदेव के चित्र / यंत्र अपने पूजा स्थली व पॉकेट मे रखे I
  • शनिवार को काले कुत्ते, काली गाय, या कौवो को मीठी रोटी खिलाये I
  • सुपात्र दीन-दुखी अपाहिज भिखारी को काले वस्त्र, उडद, तेल, या लोहे-स्टील से बनी दैनिक जीवन मे काम आनेवाली सामग्री दान दे I
  • मंदिर या तीर्थ निर्माण हेतू लौह दान करे I
  • अपने अधिनस्त नौकरो, सेवकों से सही व्यवहार करे I
  • समाज सेवा, पीडित मानवता, दीन दुखियों कि सेवा के लिये कुछ समय-धन निकाले I
  • शनि प्रतिमा का दर्शन, पूजन, तेल से अभिषेक ( स्नान ) करे I
  • शनि संस्थान द्वारा तैयार सिद्ध शनि स्तंभ, शनि कवच, शनि यंत्र धारण करे या स्थापना करे I
  • कोणस्थ, पिंगल, ब्रभु, कृष्ण, रौद्र, अंतक, यम, सौरी, शनैश्चर, मंद आदी का शनि के 10 नामो का प्रतिदिन जाप करे I
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