विश्व की एक मात्र शनि साधिका डॉ. विभाश्री दीदीजी से ज्योतिष शनि संबंधी मार्गदर्शन एवं शनि कृपा के लाभ प्राप्ती हेतू आवश्यकता अनुसार इन शनि मंत्रो का स्वयं जाप कर सकते है I
मंत्र चिकित्सा
शनि बीज मंत्र
श्री शनि कृपा प्राप्ती हेतु – ऊँ शं शनैश्चराय नम: श्री शनि का पौराणिक मंत्र
शनि की साढ़ेसाती / शनिदेव के ढैय्या मे जाप हेतु – नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजं। छाया मार्तण्डसंभूतं तं नामामि शनैश्चरम्
श्री शनि का रोग निवारक मंत्र – रोगी द्वारा स्वयं जाप करने हेतु – सूर्यपुत्रो दीर्घदेही विशालाक्ष: शिवप्रिय:। मन्दचार: प्रसन्नात्मा पीड़ां हरतु मे शनि: तंत्रोक्त शनि मंत्र – कोर्ट कचहरी, शत्रू बाधा, विजय प्राप्ती हेतु – ऊँ प्राम प्रीम प्रौम सः शनैश्चराय नमः
श्री शनि के दस नाम – प्रातः सोकर उठते ही जाप हेतु – कोणस्थ: पिंगलो बभ्रु: कृष्णौ रौद्रोंतको यमः – सौरी: शनिश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:
श्री शनि पत्नी के जाप नाम – घर की सुख, शांति, समृद्धी हेतु – ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलह प्रिया – कलही कंटकी चैव तुरंगी महिषीअजा – शनि नामाने, पत्नी नामेंतानि सन्नूपन पुमानी – दुःखांनि नाश्च्यन्ति नित्य सौभाग्य मेघते सुखम – शनिदेव जी की पत्नी के साथ में शनिदेव जी की पूजा उपासना करने से उनकी पत्नी के नामों का जाप करने से शनिदेव जी शीघ्र प्रसन्न होते है।